मेरी नई राह
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जल पड़ी हूँ आज में
तेरी ही आस में …..
हो गयी हूँ राख में
तेरी ही आग में ………
बन गयी हूँ धूल में
तेरे ही तूफान में …….
बह चुकी हूँ आज में
तेरे ही सागर में ………
फँस गयी हूँ आज में
तेरे ही भंवर में …
टूट चुकी हूँ आज में
तेरी ही याद में ……….
मर चुकी हूँ आज में
तेरे ही इंतज़ार में ….
जिंदा हूँ आज में
तेरे ही प्यार में ……..
तेरे ही प्यार में …………..
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